मैं माँ हूँ प्रभु! मुझे आपके इस विराट स्वरूप से क्या काम!
हजारों सूर्य के बराबर प्रकाश से भर चुके कक्ष के अंदर चतुर्भज स्वरूप में समक्ष खड़े जगत पिता के स्वरूप के आगे नतमस्तक कौशल्या को कुछ याद आया, उन्होंने मुस्कुरा…
हजारों सूर्य के बराबर प्रकाश से भर चुके कक्ष के अंदर चतुर्भज स्वरूप में समक्ष खड़े जगत पिता के स्वरूप के आगे नतमस्तक कौशल्या को कुछ याद आया, उन्होंने मुस्कुरा…
ये अच्छी बात है की बिहार सम्राट अशोक को अपना रहा है। भले ही राजनीतिक और जातिगत लाभ से जोड़कर ही सही लेकिन राजनीतिक दल बिहार में अशोक की चर्चा…